Sirmour News: जिले में बढ़ते डेंगू के मामलों के संदर्भ में, डॉ. रोहिताश नांगिया ने कहा कि डेंगू में केवल तीन से चार प्रतिशत मामले ही गंभीर होते हैं।
पांवटा साहिब क्षेत्र में लगातार बढ़ते डेंगू के मामलों के संबंध में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. रोहताश नांगिया कहते हैं कि डेंगू के मामले में होने पर घबराने की आवश्यकता नहीं है। वास्तव में, डेंगू में केवल तीन से चार प्रतिशत मामले ही गंभीर होते हैं।

मौसम के बदलने के दौरान, डेंगू बीमारी लगातार फैल रही है। इस बारे में पांवटा साहिब के होम्योपैथिक डा. रोहताश नांगिया का कहना है कि डेंगू बुखार जानलेवा मच्छरों के संक्रमण से होने वाली बीमारी है। यह बीमारी डेंगू वायरस से फैलती है जो एडीज मच्छर के काटने से इंसानों के शरीर में पहुंचता है। डा. नांगिया बताते हैं कि डेंगू वायरस के शरीर में आने के बाद इसे संक्रामक बनने में लगभग आठ-12 दिन लगते हैं। डेंगू संक्रमण के कारण शरीर में दर्द, सीने में तेज दर्द, तेज बुखार, सांस लेने में परेशानी और हाथ या पैर की त्वचा के रंग में बदलाव हो सकता है। डेंगू बुखार के लक्षण व्यक्ति के शरीर की इम्यून सिस्टम की स्थिति और संक्रमण के स्तर पर निर्भर करते हैं। आमतौर पर डेंगू बुखार लगभग चार से दस दिनों तक रह सकता है। डा. नांगिया बताते हैं कि डेंगू संक्रमण की पहचान के लिए डाक्टर कई परीक्षण कर सकते हैं। होम्योपैथी डा. रोहताश नांगिया बताते हैं कि डेंगू बुखार के लिए कई होम्योपैथिक दवाएं इस्तेमाल की जाती हैं।

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