Palampur News Updates: कांगड़ा जिले के पालमपुर में सिविल अस्पताल की क्रश्ना टेस्टिंग लैब मरीजों के लिए परेशानी का कारण बन गई है। गलत जांच रिपोर्ट के कारण मरीजों का भरोसा टूट गया है और अब तीन दिनों से जांच रिपोर्ट नहीं मिल रही है। इसके चलते मरीज तीन दिनों से अपनी जांच रिपोर्ट डॉक्टर को नहीं दिखा पा रहे हैं और इलाज नहीं मिल पा रहा है।
एक महिला को दूसरी व्यक्ति की रिपोर्ट देने के कारण उसे पांच दिनों तक बिना कारण मधुमेह की दवाई खानी पड़ी। पाहड़ा बोधल की महिला सुमना देवी अस्पताल आई थीं और डॉक्टर ने उन्हें कुछ जांचें करवाने के लिए कहा। उन्होंने 16 जुलाई को क्रश्ना लैब में सैंपल दिए।
रिपोर्ट मिलने पर महिला ने डॉक्टर को दिखाई। डॉक्टर ने शुगर लेवल ज्यादा होने पर एक सप्ताह की दवाई दी। लेकिन पांच दिनों तक दवाई खाने के बाद महिला की तबियत बिगड़ गई और उन्होंने फिर से डॉक्टर को दिखाया। जांच में पता चला कि महिला को किसी और की रिपोर्ट दी गई थी।
जब महिला फिर से डॉक्टर के पास गई तो पता चला कि रिपोर्ट 62 वर्षीय सुभाष चंद की थी, जिनका शुगर लेवल 300 से अधिक था। इसके बाद महिला क्रश्ना लैब गई और शिकायत की। लैब में मौजूद नर्स ने तुरंत पुरानी रिपोर्ट को कचरे में फेंक दिया और महिला की सही रिपोर्ट दी, जिसमें शुगर स्तर सामान्य था। महिला ने अस्पताल प्रशासन और सरकार से इस पर कार्रवाई की मांग की है।