Shilma News: हिल्सक्वीन शिमला के रिज पर स्थित ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च, शिमला की राजधानी का ताज माना जाता है। यह चर्च उत्तरी भारत में सेंट जॉन चर्च के बाद दूसरा सबसे प्राचीन चर्च है और आज भी अपने महत्वपूर्ण स्थान पर है।
इस चर्च का निर्माण कर्नल जेटी बोइल्यू ने 1844 में किया था, और इसकी आधारशिला 9 सितंबर, 1844 को कलकत्ता के बिशप डेनियल विल्सन ने रखी थी। चर्च का निर्माण 1857 में शुरू हुआ था, और इसकी अनुमानित लागत 50 हजार रुपए थी।
इस चर्च में पांच बड़ी खिड़कियां हैं, जो कीमती कांच से बनाई गई हैं और ईसाई धर्म के विश्वास को प्रकट करती हैं। चर्च हर रविवार को खुली रहती है और देश-विदेश से आने वाले लाखों पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है।
प्रशासन ने इस ऐतिहासिक इमारत का संरक्षण करने के लिए प्रयास किए हैं और इसकी सुरक्षा और धार्मिक मूल्य को महत्वपूर्ण ध्यान में रखा है।

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