Bilaspur Updates: लगभग 1800 ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल के कारण कंपनी ने राजपुरा के लिए क्लींकर की ढुलाई बंद कर दी है। पहले क्लींकर राजस्थान से मंगवाया जा रहा था। अल्ट्राटेक के बागा सीमेंट प्लांट में काम करने वाले 3500 ट्रक ऑपरेटरों में से 1800 ने हड़ताल शुरू कर दी है। कंपनी ने ऑपरेटरों से राजपुरा तक का ढुलाई भाड़ा 30 प्रतिशत कम करने को कहा था, जिसे वे मानने को तैयार नहीं हुए।
राजपुरा के लिए अब क्लींकर राजस्थान से मंगवाया जा रहा है, जबकि हिमाचल में सीमेंट की सप्लाई अल्ट्राटेक पंजाब के बघेरी प्लांट से जारी रखे हुए है। ऑपरेटरों ने कहा है कि कंपनी को सीधे डीलरों को माल की ढुलाई करनी चाहिए या डंप कम से कम 150 किलोमीटर दूर बनाने चाहिए। ऑपरेटरों की मांग है कि राजपुरा के लिए क्लींकर का भाड़ा कम न किया जाए और वर्तमान भाड़े पर ढुलाई जारी रखी जाए।
विवाद की एक और वजह सीमेंट के डंपों को बंद न करना है। ट्रक ऑपरेटर चाहते हैं कि नेरचौक, पधर, भोटा, नादौन और धर्मपुर के डंप बंद किए जाएं। कंपनी ने उनकी इस मांग को मानने से इंकार कर दिया है। ऑपरेटरों ने दो महीने पहले ही इन डंपों के लिए माल की ढुलाई बंद कर दी थी।
बिलासपुर और सोलन के ट्रक ऑपरेटरों ने खारसी में सभा की। खारसी परिवहन सभा के महासचिव दौलत राम ठाकुर ने कहा कि 70 प्रतिशत सीमेंट की ढुलाई नेरचौक और बाकी भोटा डंप पर की जाती है। फोरलेन बनने के बाद अन्य डंपों की औसतन दूरी केवल 60 किलोमीटर रह गई है। डंप पर ट्रक चालक एक से डेढ़ घंटे में पहुंच जाता है, लेकिन माल को ट्रक में लोड करने और अनलोड करने में दो-दो दिन लग जाते हैं। इस कारण मालभाड़ा एक हजार रुपये से भी कम बनता है, जिससे ऑपरेटरों के लिए गुजारा करना मुश्किल हो गया है।