Bilaspur Breaking News: उत्तर भारत में पर्यटन की दुनिया में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। कोच्चि से रवाना हुआ उत्तर भारत का पहला क्रूज बिलासपुर पहुंच गया है। मंडी भराड़ी में झील किनारे स्थित लैंडिंग प्वाइंट पर क्रूज को उतारा गया है, और संचालक फर्म द्वारा औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। यह क्रूज गोबिंदसागर झील में संचालित होगा, और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट का अक्तूबर में शुभारंभ करेंगे।
मुख्यमंत्री स्वयं इस प्रोजेक्ट के प्रति गंभीर हैं और नियमित रूप से जिला उपायुक्त से फीडबैक लेते रहे हैं। इस क्रूज के शुरू होने से निश्चित रूप से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। नवरात्र के दौरान या उसके बाद इस प्रोजेक्ट का औपचारिक उद्घाटन किया जाने की तैयारी है।
इसके साथ ही, जिला प्रशासन ने कोलडैम जलाशय में भी क्रूज और शिकारा जैसी जल पर्यटन गतिविधियां शुरू करने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। कोलडैम में 30 किलोमीटर लंबी झील का सफर क्रूज से किया जा सकेगा। बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि कोच्चि से रवाना हुआ क्रूज बिलासपुर सुरक्षित पहुंच गया है और अब ट्रायल की तैयारी की जा रही है।
ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा: बाहौट-कसोल में निखरेगा विलेज टूरिज्म
बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि कोलडैम में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू होने से इस क्षेत्र में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। जिला प्रशासन बाहौट-कसोल क्षेत्र को एक प्रमुख ग्रामीण पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रयासरत है। इस क्षेत्र को ईको टूरिज्म से जोड़ा जाएगा और टिकाऊ मछली पकड़ने के पर्यटन स्थल यानी एक्वा टूरिज्म को भी प्रोमोट किया जाएगा।
इसके अलावा, इस क्षेत्र में जल, थल, और वायु से संबंधित विभिन्न पर्यटन गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा। इस पहल से न सिर्फ स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा बल्कि पर्यटकों को भी नए अनुभव प्रदान किए जाएंगे।
बिलासपुर में पर्यटन के नए अवसर खुलने जा रहे हैं, और इस दिशा में जिला प्रशासन की तैयारी जोर-शोर से चल रही है।