Himachal News: कृषि विभाग ने किसानों को सब्सिडी पर एक रुपए की कटौती के साथ पांच किस्मों का बीज दिया।
हिमाचल के किसानों को इस सीजन में गेहूं बीज की खरीद पर नुकसान हुआ है। इस बार बीज सबसिडी में एक रुपए की कटौती की गई है, जिससे पहले से भी थोड़ी कम सब्सिडी मिल रही है। इससे पहले गेहूं के बीज पर 16 रुपए की सबसिडी दी जाती थी, लेकिन अब यह 15 रुपए हो गई है। वर्तमान में हिमाचल में किसानों को गेहूं के दाम तय करते समय 32 रुपए की सबसिडी दी जा रही है, जबकि पहले इसमें 16 रुपए सबसिडी थी। इस बार के सीजन में किसानों को साढ़े 16 रुपए की जगह पर 15 रुपए की सबसिडी मिल रही है। कुल्लू जिले में 1136 क्विंटल गेहूं की खपत हो चुकी है, जो इस निर्णय के प्रभाव को दर्शाती है। यह बदलाव किसानों के लिए मुश्किल परिस्थितियों का सामना करने का कारण बन सकता है।
इस सीजन में किसानों की गेहूं बीज की मांग में बढ़ोतरी हुई है। पहले, 615 क्विंटल गेहूं बीज की डिमांड होती थी, जो पांच अलग-अलग ब्रांड के बीजों की सप्लाई करती थी। कृषि विभाग, किसानों की मांग को ध्यान में रखते हुए, बीज की सप्लाई को विभागीय केंद्रों में नियमित बनाए रख रहा है।
कुल्लू जिले में इस बार गेहूं के बीज की मांग पिछले सालों की तुलना में अधिक है। इसकी प्रमुख वजह यह है कि घाटी के किसानों ने अपने खेतों में तैयार गेहूं का बीज बोना सुरक्षित नहीं किया है। इसके कारण, बीज की बदहाली और उत्पादन में कमी है। किसान अब कृषि विभाग से मान्यता प्राप्त बीज खरीद रहे हैं, जिनमें डीबीडब्ल्यूडी 88, डीबीडब्ल्यूडी 222, डब्ल्यूएस 1105, और एनएफएस 88 के विभिन्न वेरायटीज शामिल हैं। इससे गेहूं बीज के आपूर्ति में वृद्धि हुई है।