Kullu News: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति (एचपीसीसी) के प्रवक्ता राजीव किमता ने कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी ही नहीं, बल्कि संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राज्य अमेरिका और जर्मनी भी भारत में नि:शुल्क और निष्पक्ष चुनावों के आयोजन पर चिंतितता व्यक्त कर चुके थे।
आज यहां प्रेस सम्मेलन में भाषण करते हुए उन्होंने कहा, “बीजेपी नेताओं के महत्वाकांक्षी बयानों के कारण विदेशी देशों को भारत में चुनाव प्रक्रिया से संबंधित चिंता थी।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश कर रही है और लोकतांत्रिक संरचना को धमका रही है।
प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के डेटा के अनुसार, स्वतंत्रता के 66 वर्षों के बाद से 2014 तक भारत ने 50 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लिया था और बीजेपी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में इस संख्या को 150 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने बड़े व्यापारी घरानों को पसंद की और उनकी धनराशि विशाल बढ़ गई। उन्होंने कहा, “2014 में एक घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 360 रुपये थी और बीजेपी शासन के दौरान यह 1,100 रुपये से अधिक हो गई, जिससे लोगों पर सीधा प्रभाव पड़ा।”
नेता ने आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों में लगभग 34 प्रमुख आतंकी हमले हुए। उन्होंने जोड़ा कि बीजेपी जनता को गलत वादों के जरिए गुमराह कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने जो 10 साल में 10 करोड़ नौकरियां प्रदान करने का वादा किया था, उसके बजाय लोगों को नोटबंदी और केंद्र सरकार की अन्य विरोधी नीतियों के कारण बेरोजगार बना दिया गया था। उन्होंने कहा, “देश में बेरोजगारी बढ़ गई है और किसान कृषि छोड़ रहे हैं।”
किमता ने कहा, “आज, बीजेपी ने देश के लोगों से अपने 10 वर्षों में विकास कार्यों के संबंध में मतदान नहीं मांगा है, बल्कि फिर से गैर-मुद्दों पर ध्यान देने की कोशिश की है।” उन्होंने कहा कि देश की जनता बीजेपी के राजनीतिक चलबाज़ियों को समझ चुकी है और वह झूठी भ्रांतियों का शिकार नहीं होने देगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने मंडी सांसदीय क्षेत्र में ऐसे उम्मीदवार को उतारा है, जिनका मंडी और हिमाचल प्रदेश के प्रति कोई योगदान नहीं है, फिर भी वह एक प्रसिद्ध व्यक्ति हैं।