Kullu News: जब आपदाओं से निपटने का वादा किया जाता है, तो लोग उम्मीद करते हैं कि सरकार और प्रशासन उनकी मदद करेंगे। लेकिन कुछ ऐसा होता है कि उन वादों का असर हवा में ही खो जाता है। इसका उदाहरण जिला कुल्लू की सैंज घाटी में देखा जा सकता है। वहां के बच्चे नौ महीनों से अपनी सुरक्षा के लिए खतरे में हैं, लेकिन कोई सहायता नहीं मिल रही है। अब बारिश की दूसरी बौछार भी आने वाली है, और इस समय भी सरकारी और प्रशासनिक अव्यवस्था का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। ग्रामीण लोग चिंतित और परेशान हैं, क्योंकि उनकी समस्याओं को कोई ध्यान नहीं दे रहा है।