Himachal News: विधानसभा के सदस्यता से अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस के बागी दिल्ली से भगवा चोला ओढ़कर घर लौट सकते हैं। बागियों व निर्दलीय विधायकों के खेमे और भाजपा में इसे लेकर मंथन चलता रहा है। कांग्रेस के बागी और निर्दलीय विधायकों के भविष्य की सियासत के लिए जल्द निर्णायक कदम उठाने के संकेत हैं। भाजपा की ओर से इस बाबत प्रदेश में स्पष्ट संदेश दे दिए जाने की भी सूचना है। देर रात तक बागियों की भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात भी संभव बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के रुख को भांपकर कांग्रेस के बागी और भाजपा अब जल्द ही आगे की चुनौतियों के लिए तस्वीर साफ करना चाहते हैं। ताकी, जनता को स्पष्ट संदेश जा सके। राज्यसभा चुनाव में बड़े घटनाक्रम के लगभग 21 दिनबाद इस तरह के सियासी समीकरण बनते दिख रहे हैं। बागी और निर्दलीय विधायक तभी से प्रदेश से बाहर हैं। पंचकूला, ऋषिकेश के बाद अब कई दिनों से दिल्ली में उनका डेरा है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस से बगावत का झंडा बुलंद करने वाले खेसा सोमवार दोपहर भविष्य से जुड़े बिंदुओं पर मंथन करने के लिए एक साथ बैठा। दो दौर में चली बैठकों में कई बिंदुओं पर गहन चर्चा कर सहमति बनाने की कोशिश की गई।सूत्र बता रहे हैं कि बागी खेमे में स्पीकर के फैसले के खिलाफ अदालत में दायर याचिका के मामले को ज्यादा लंबा न खींचने पर फौरी सहमति बनी है। मामले में याचिका वापस लेने पर भी विचार हुआ लेकिन, फैसला टाल दिया गया। अदालत में फैसले के लंबे इंतजार के बजाय सीधे उपचुनाव के लिए तैयार होने और जनता को स्पष्ट संदेश देने पर जोर दिया गया। उपचुनाव के लिए चुनावी मैदान में उतरने से पहले भाजपा में शामिल होने की गुंजाइश को भी समय रहते भुनाने को समय की जरूरत माना गया। साफ है किकांग्रेस के बागियों ने भाजपा में शामिल होकर आगे बड़े।