Bilaspur News: बागछाल पुल, एशिया का सबसे लंबा कंकरीट कैंटिलीवर स्पैन (185 मीटर), झंडूता विधानसभा क्षेत्र की पहचान बन गया है। गोविंदसागर झील पर निर्मित 330 मीटर लंबे इस पुल ने झंडूता और नयनादेवी विधानसभा क्षेत्रों को आपस में जोड़ने का कार्य किया है, जिसमें उन्होंने एक सशक्त इंजीनियरिंग स्किल्स का प्रतीक बनाया है। झंडूता हलके के विधायक जीतराम कटवाल ने बताया कि इस पुल का निर्माण काम वर्ष 1994 में शुरू हुआ था, और यह यात्रा को सुरक्षित और सरल बनाने के उद्देश्य से किया गया था। अब इस पुल के द्वारा झंडूता और नयनादेवी क्षेत्रों को आपस में जोड़ा जा सकेगा, जिससे लोगों को अधिक सुरक्षित और तेज यात्रा का आनंद लेने में मदद होगी।
शीघ्र ही जनता के लिए समर्पित किया जाएगा।
झंडूता के विधायक जीतराम कटवाल ने इस मौके पर क्षेत्र की जनता को बधाई देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अनुराग ठाकुर, और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का साथ देने से दशकों पुराना यह सपना साकार करने में सकारात्मक योगदान हुआ है।