विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग को लेकर दर्ज एफआईआर के चलते शुक्रवार को हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा बालूगंज पुलिस के बुलाने पर हाजिर हुए। वहीं कांग्रेस से अयोग्य करार विधायक चैतन्य शर्मा के पिता थाने में नहीं पहुंचे हैं। उनकी शनिवार को बालूगंज थाने में पहुंचने की उम्मीद है। सुबह जब आशीष शर्मा पुलिस थाना पहुंचे तो पुलिस ने कुछ समय तक उनके बातचीत की, इसके बाद शाम के समय उन्हें आने के लिए कहा। इसके बाद वह 3 बजे फिर से बालूगंज थाने में पहुंचे, जहां पुलिस के अधिकारियों ने काफी समय तक उनसे सवाल जवाब किए। विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि असली फैसला जनता की अदालत में होगा और सबकुछ कानून के समक्ष होगा। सरकार ने उन पर बुनियाद आरोप लगाए हैं। इस देश में कोई भी कानून से उपर नहीं है। इसलिए ये बेबुनियाद आरोप कानून की जंग में नहीं टिकेंगे। बता दें कि इससे पहले आशीष शर्मा व चैतन्य के पिता को 15 मार्च को थाने में उपस्थित होना था लेकिन उस दिन इनके वकील ही पहुंचे थे। उस समय स्वास्थ्य कारणों के चलते पेश न होने की बात कही गई थी।
इन्होंने दर्ज करवाया है मामला
कांग्रेस विधायक एवं सीपीएस संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है। इसमें विधायक आशीष व विधायक चैतन्य के पिता राकेश शर्मा पर राज्यसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए धन के लेन-देन, हेलीकॉप्टर और सुरक्षा बलों के दुरुपयोग और आपराधिक कदाचार के आरोप लगे हैं।