Lok sabha election 2024: मंडी संसदीय सीट पर बेशक राजा रानियों का दबदबा है, लेकिन आज भी इस चुनाव क्षेत्र से सबसे अधिक मतों से जीतने का रिकॉर्ड स्व. पंडित सुखराम और भाजपा के स्व. रामस्वरूप शर्मा के नाम है। यही नहीं, इस सीट पर सबसे ज्यादा मतों से हारने का रिकॉर्ड भी पंडित सुखराम परिवार के नाम है। 1996 में पंडित सुखराम ने 153223 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी, लेकिन 2019 के चुनाव में प्रचंड मोदी लहर में मंडी संसदीय सीट पर सबसे बड़ी जीत भाजपा के रामस्वरूप शर्मा ने दर्ज की थी। 2019 के आम चुनावों में राम स्वरूप शर्मा ने दूसरी बार लगातार जीतते हुए 405459 मतों के अंतर से मैदान मारा था। उन्होंने इस चुनाव में पंडित सुखराम के पौत्र कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा को हराया था। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा को पोस्टल बैलेट मिला कर 68.7 प्रतिशत के हिसाब 647189 मत प्राप्त हुए थे, जबकि आश्रय शर्मा को 25.68 फीसद के हिसाब से मात्र 241730 मत ही मिल सके थे। वहीं, पंडित सुखराम ने 1996 के आम चुनाव में 153223 मतों से जीत दर्ज की थी। उन्होंने 328186, जबकि भाजपा के अदन सिंह 174963 मत प्राप्त किए थे। मंडी संसदीय सीट से सबसे कम मतों से जीतने का रिकॉर्ड स्वर्गीय पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और मंडी से वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह के नाम पर है। वीरभद्र सिंह 2009 में 13997 में मतों के अंतर से जीते थे, जबकि 2021 उपचुनाव में प्रतिभा सिंह को 7490 के अंतर से जीत मिली थी, लेकिन प्रतिभा सिंह यह जीत भाजपा के सत्ता में होने और मंडी से ही मुख्यमंत्री होने के कारण बड़ी जरूर थी। वहीं, भाजपा के महेश्वर सिंह ने 1998 के आम चुनावों में प्रतिभा सिंह को 131832 मतों से हराया था और इसके बाद एक वर्ष बाद फिर से हुए आम चुनावों में महेश्वर सिंह ने ही कांग्रेस के कौल सिंह ठाकुर को 131025 मतों के अंतर से हराया था। प्रतिभा 136704 मतों से जीती थीं 2013 का उपचुनाव 2013 में मंडी सीट पर हुआ उप चुनाव 136704 मतों की रिकॉर्ड बढ़त से प्रतिभा सिंह ने जीता था।