Chamba News: भरमौर जनजातीय उपमंडल में बारिश के चलते भू-स्खलन, चट्टानों की गिरावट, और संरचनाओं का गिरना देखा जा रहा है। रविवार को क्वारसी पंचायत के हिलिंग गांव में एक चट्टान ने एक रसोईघर को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया, जबकि एक मकान को अंशिक नुकसान हुआ है। गरोला में भू-स्खलन ने श्मशान घाट को संपूर्ण रूप से नष्ट कर दिया, और इससे रिहायशी मकानों को भी खतरा है। औरा में डंगा गिरने से एक मकान को गिरने का खतरा हो गया है। बहरहाल, क्षेत्र में बारिश जारी है और आने वाले दिनों में भी मौसम से कोई राहत नहीं है, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। हिलिंग गांव से एक सौ मीटर ऊपर से गिरी चट्टान की जद में आकर मचला राम का रसोईघर क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे पौधों को भी बड़ा नुकसान हुआ है।
कहा जा रहा है कि चट्टानों के गिरने के बाद वह मचला राम के मकान से टकरा गईं, जिससे मकान को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है, जबकि रसोईघर चट्टानों की जद में आकर पूरी तरह से तहस-नहस हो गया है। पंचायत क्वारसी की प्रधान सुरसा देवी ने बताया कि इस संबंध में राजस्व विभाग को सूचित किया गया है और पटवारी ने मौके पर नुकसान की जांच की है। गरोला में भू-स्खलन से ग्रामीणों का श्मशान घाट पूरी तरह से नष्ट हो गया है, जबकि यहां रहने वाले लोगों के घरों को भी भू-स्खलन से खतरा है। इसी तरह, औरा में भू-स्खलन से आंगन का डंगा गिर गया है, जिससे दिलीप कुमार के पुत्र प्रेम लाल के मकान को भी खतरा है। इसके अलावा, होली अजय कुमार और नायब तहसीलदार राजेश कुमार ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि हिलिंग में चट्टानों के गिरने से रसोईघर को क्षतिग्रस्त हो गया है, और इसके अलावा पौधों और मकान को भी अंशिक नुकसान हुआ है। गरोला में भू-स्खलन के कारण श्मशानघाट को भी नुकसान हुआ है, और राजस्व विभाग की टीम ने मौके का सर्वेक्षण कर रिपोर्ट तैयार करके उपमंडलीय प्रशासन को भेज दी है।