Himachal Daily News: मंगलवार को ब्रिटिश उपउच्चायुक्त कैरोलिन रोवेट ने शूलिनी विश्वविद्यालय में अत्याधुनिक केंद्रीय सुविधा प्रयोगशाला ‘आइहब शूलिनी’ का उद्घाटन किया। इस लैब को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और ड्रोन टेक्नोलॉजी में उन्नत अनुसंधान के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। यह हब ‘दिव्यसंपर्क’ और ‘टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब’ की पहल के तहत विकसित किया गया है, जिसे नेशनल मिशन ऑन इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स द्वारा समर्थन प्राप्त है। इस परियोजना में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग तथा आईआईटी रुड़की भी शामिल हैं।
इस मौके पर कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने शूलिनी विश्वविद्यालय की तकनीकी अनुसंधान में सक्रिय भागीदारी पर जोर देते हुए, एआई, एमएल, आईओटी और ड्रोन टेक्नोलॉजी के भविष्य में महत्वपूर्ण योगदान की बात कही। इनोवेशन एंड लर्निंग के अध्यक्ष प्रो. आशीष खोसला ने बताया कि लैब के वर्कस्टेशन विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगों में उपयोगी साबित होंगे। उद्घाटन के दौरान चांसलर प्रो. पी.के. खोसला, वित्तीय सहायता की उपाध्यक्ष और प्रवेश प्रमुख अवनी खोसला, संचार निदेशक निष्ठा आनंद और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तित्व उपस्थित थे।