बनीखेत वन विभाग के दोमंजिला सर्च सेंटर को आग से बचाने के लिए विभागीय टीम ने काफी मेहनत की। जंगल में लगी बेकाबू आग पर काबू पाने के बाद ही सर्च सेंटर को सुरक्षित किया जा सका। शुक्रवार दोपहर बाद पठानकोट एनएच के किनारे चीड़ के जंगल में अचानक आग लग गई, जो जल्द ही भयंकर रूप ले बैठी। आग की लपटों की वजह से कुछ समय के लिए पठानकोट एनएच पर यातायात रोकना पड़ा।
जंगल की आग की वजह से एनएच पर धुआं फैल गया। इस बीच, आग वन विभाग के सर्च सेंटर के दोमंजिला भवन के पास तक पहुंच गई। वन विभाग के डिप्टी रेंज ऑफिसर ने अपनी टीम और दमकल विभाग के सहयोग से आग पर काबू पाने का अभियान शुरू किया। कई घंटों की कड़ी मेहनत के बाद, वे भवन को आग की चपेट में आने से बचाने में सफल रहे।
जैसे की देर रात लगी इस आग का कारण बनीखेत बस स्टैंड के पास खड़ी कई गाड़ियों को आग का सामना करना पड़ सकता था और भारी नुस्कान की आशंका थी। लेकिन कुछ युवाओ ( सुशील कुमार, विमल राणा, नितेश कुमार, सुधीर बलोरिया, दिनेश कुमार, अन्य) द्वारा सड़क किनारे गिरे परशाल को हटा दिया गया ताकि कोई नुक्सान ना हो!
लोगों से अपील करते हुए, वन परिक्षेत्र अधिकारी बनीखेत राहुल ठाकुर ने कहा है कि जंगलों में आग न लगाएं। इससे न केवल पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि वन संपदा और जीव जंतुओं को भी हानि हो रही है। गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह से बनीखेत के आस-पास के जंगल आग से प्रभावित हो रहे हैं, जिससे वनसंपदा को काफी नुकसान पहुंचा है।