Chamba News: सेंट एंड्रयू चर्च में पर्यटकों-स्थानीय लोगों ने अमन, शांति-भाईचारे की मांगीं दुआएं
डलहौजी में चर्च ही नहीं बल्कि समूचे शहर का नजारा भी आम दिनों की तुलना में अलग ही देखने को मिला। क्रिसमस से पूर्व भी पर्यटन नगरी के विभिन्न गिरिजाघरों में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें सभी धर्मों के लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर डलहौजी शहर के समस्त गिरिजाघरों को दुल्हन की तरह सजाया गया था। क्रिसमस-डे का प्रमुख कार्यक्रम कैंट में स्थित सेंट एंड्रयू चर्च में किया गया। जहां पादरी रसीन मीराक की अगवाई में प्रार्थना सभा आयोजित की गई। इसमें पर्यटकों व स्थानीय लोगों ने भाग लेकर देश-दुनिया में अमन, शांति, प्रेम व भाईचारे की दुआएं मांगी।
प्रार्थना सभा में बाइबल के संदेशों को पढ़ा गया, कैरोल सिंगिंग से ईसाई समुदाय ने प्रभु यीशु की महिमा गाई। उसके बाद चर्चा में केक सर्विंग किया गया। पादरी रासीन मीराक ने बताया कि क्रिसमस या ईसा मसीह के जन्म की खुशी मनाई जाती है और यह ईसाइयों का सबसे बड़ा त्योहार है। यह दिन प्रेम और भाईचारे का संदेश देने वाले ईसा मसीह के जन्म के अवसर को मनाता है।