Himachal News: शिमला में प्रदेश सरकार रोपवे ट्रांसपोर्ट को विकसित करने की योजना बना रही है, जो विश्व का दूसरा सबसे बड़ा होगा। दुनिया में सबसे बड़ा 32 किलोमीटर का प्रोजेक्ट दक्षिण अमेरिका के बोलिविया में है। शिमला में 13.79 किलोमीटर लंबी परियोजना पर 1555 करोड़ रुपये की लागत होगी। इस बारे में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने शुक्रवार को शिमला में जानकारी दी।
उपमुख्यमंत्री ने दी जानकारी
प्रदेश सरकार ने इस विस्तृत परियोजना की रिपोर्ट तैयार कर ली है और अक्टूबर, 2024 से इसका काम शुरू करने का लक्ष्य बनाया गया है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री ने शुक्रवार को शिमला में यह बात बताई। वह पत्रकारों से चर्चा में बताए कि रोपवे ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट को लेकर अधिकांश तैयारियाँ पूरी हो चुकी हैं, लेकिन वन विभाग से भी क्लीयरेंस लिया जा रहा है।
तीन माह में हासिल की जाएगी क्लीयरेंस
इस प्रोजेक्ट के तहत शिमला में रोपवे का जाल बिछाया जाएगा, जिसका कार्यान्वयन तीन महीनों में होगा। इस सिस्टम के प्रारंभिक चरण में 222 कैबिन लगाए जाएंगे और अंतिम तकनीकी विकास पर 660 कैबिन होंगे। प्रत्येक कैबिन में 8 से 10 लोगों की यात्रा की सुविधा होगी।