Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार के ‘राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल’ के निर्माण में भूमि की शर्त पर पेंच फंस गया है। प्रदेश में 18 स्थानों पर इस परियोजना का आयोजन है, जिसमें 17 स्थानों की निरीक्षण पूरा हो चुका है। ये स्कूल प्री प्राइमरी से दूसरी कक्षा तक 900 से 1000 छात्रों को आसानी से स्वीकार कर सकेंगे। इस समारोह में कई नियमों में बदलाव की संभावना है, जो शिक्षा में नए दरवाजे खोल सकते हैं।
हिमाचल में 18 स्थानों पर बनेंगे डे बोर्डिंग स्कूल
डे बोर्डिंग स्कूल के निर्माण के लिए चुनी गई भूमि या तो दूर है या फिर निर्माण के लिए उपयुक्त नहीं है। सरकार ने शिक्षा विभाग के विशेष सचिव पंकज राय की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी जो निरीक्षण के लिए तैयार हुई थी। कमेटी ने 17 स्थानों की जांच की है जहां पर 18 डे बोर्डिंग स्कूल बनाने का प्रस्ताव है। यह जांच की गई रिपोर्ट सचिव को सौंप दी गई है।
ये होगी सुविधा
राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों में लगभग 900 से 1000 छात्रों को प्री प्राइमरी से लेकर दो कक्षाओं तक आवंटित किया जाएगा। इन स्कूलों में हाईटेक स्मार्ट क्लासरूम, खेल के मैदान, इनडोर स्टेडियम, स्विमिंग पूल, म्यूजिक रूम, और कई और सुविधाएं उपलब्ध होंगी। निजी स्कूलों को टक्कर देने के लिए डे बोर्डिंग स्कूल नए प्रयोग में अग्रसर हो रहे हैं। सरकारी स्कूलों में छात्रों की कमी के चलते यह पहली बार हो रहा है कि बच्चे निजी स्कूलों की ओर रुझान दिखा रहे हैं। सरकार ने पहले नर्सरी और केजी कक्षाएं शुरू की थीं, जिससे सरकारी स्कूलों में दाखिलों में वृद्धि हुई थी। इस बार डे बोर्डिंग स्कूल में चार ब्लॉक्स तैयार होंगे, जिसमें पहला ब्लॉक प्रशासनिक भवन के लिए होगा।