Himachal News: कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश: निर्माण सामग्री के उच्च दामों के कारण, मनरेगा के तहत 197 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का आरंभ ठप है। जिला प्रशासन ने विकास कार्यों की मंजूरी दी है, लेकिन निर्माण सामग्री के महंगे होने के कारण यह कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। पंचायत ने निर्माण सामग्री के निर्धारित दामों पर सामग्री नहीं प्रदान करने वाले विक्रेताओं की ओर से सामग्री प्राप्त करने में कठिनाई का सामना कर रही है।
सामग्री के दाम में वृद्धि हो गई है
इस बार अधिक बरसात के कारण हिमाचल को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है, और इसकी वजह से खड्डों में हुए अवैध खनन को मानकर सरकार ने क्रशर को बंद कर दिया है, जिससे एकाएक निर्माण सामग्री के दाम बढ़ गए हैं।
निर्माण सामग्री उपलब्ध नहीं हो रही है।
जिला प्रशासन ने 197 करोड़ रुपये के मनरेगा विकास कार्यों को मंजूरी दी है, लेकिन निर्माण सामग्री की उपलब्धता की कमी के कारण विकास कार्यों में ठप्प हो रही है। निर्माण सामग्री के दामों में अत्यधिक वृद्धि की वजह से मनरेगा के तहत कई विकास परियोजनाएं नहीं शुरू हो पा रही हैं। पंचायत द्वारा निर्धारित दामों पर सामग्री प्रदान करने में उधारवादी विक्रेताओं की कमी है। इससे विकास की गति में विघ्न आ रहा है। सुरेश कुमार, ब्लाक धर्मशाला के अध्यक्ष, प्रधान-उपप्रधान संगठन ने सरकार से जल्दी क्रशर खोलने की मांग की है ताकि विकास कार्य त्वरित रूप से प्रारंभ हो सकें।