Shimla News: सरकारी स्कूलों के छात्र ग्रीन दिवाली का संदेश देंगे। पटाखों से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान के बारे में जागरूक करेंगे ताकि सभी ग्रीन दिवाली मना सकें। निदेशक शिक्षा विभाग ने स्कूलों को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। इसमें स्कूलों से यह भी कहा गया है कि वे बच्चों को पटाखों से आने वाले प्रदूषण के बारे में जागरूक करें और उन्हें ग्रीन दिवाली की महत्वपूर्णता समझाएं।
पटाखों के कारण होने वाले हानियों के बारे में सूचना देंगे।
स्कूलों से यह निर्देश है कि वे बच्चों को प्रेरित करें और समझाएं कि पटाखों से प्रदूषण होता है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, प्रदेश में दिवाली की रात 10 बजे के बाद सुबह 6 बजे तक पटाखों का पूर्णत: प्रतिबंध है। इसकी जागरूकता भी लोगों के साथ करनी चाहिए।
जागरूकता के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करेंगे।
एक पुरानी प्रथा है जिसमें दीपोत्सव के दिन चर्चा के लिए अधिक ध्वनि और वायु प्रदूषण उत्पन्न करने वाले पटाखे चलाए जाते हैं। इससे पर्यावरण को नुकसान होता है, ध्वनि और वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ता है और वायु की गुणवत्ता असंतुलित हो जाती है। इस बार, बच्चे खुद ही जागरूकता की अच्छी उदाहरण स्थापित करेंगे।