कांगड़ा समाचार : डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में गुजरे बुधवार को एक और मरीज के दिल के छेद का सर्जरी आयोजित किया गया। सोमवार से बुधवार तक, चार मरीजों की सफल ओपन हार्ट सर्जरी हो चुकी है, और यह प्रक्रिया और सात दिन तक जारी रहेगी। इस अवधि के दौरान, शिमला के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम टांडा में ही तैनात रहेगी। प्रतिदिन लगभग एक या दो ओपन हार्ट सर्जरी की जाएगी। अब तक चार सफल ओपन हार्ट सर्जरी हो चुकी हैं, और कम से कम तीन और बाकी हैं, जिसमें दिल के छेद के साथ कार्डियक वाल्व की प्रतिस्थापना शामिल है। इन ओपन हार्ट सर्जरी के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज, आईजीएमएस शिमला, और चमियाना के डॉक्टरों ने पिछले डेढ़ महीने से तैयारी की है।
टांडा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सुपरस्पेशियलिटी की सीटीवीएस विभाग के डॉक्टर, एचओडी, विशेषज्ञ डॉक्टर देशबंधु शर्मा, विशेषज्ञ डॉक्टर विकास पंवर, विशेषज्ञ डॉक्टर पुनीत शर्मा, शिमला चमियाना अस्पताल के प्रधानाचार्य और विशेषज्ञ डॉक्टर रजनीश पठानिया, शिमला की एनेस्थेजिया टीम से डॉक्टर यशवंत, डॉक्टर शैली, डॉक्टर गायत्री, डॉक्टर मनविरण, परफ्यूनिस्ट डॉक्टर विजय पठानिया, डॉक्टर महेश, और शिमला के सर्जरी विभाग से डॉक्टर रजनीश पठानिया, डॉक्टर सुधीर, डॉक्टर सीमा, और अन्य स्टाफ ने मेहनत की है, और टांडा और शिमला की इस टीम ने उन मरीजों को ढूंढ़ निकाला है जो पिछले काफी समय से इस प्रकार के रोगों से पीड़ित थे, लेकिन निचले हिमाचल में ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा न होने के कारण मरीजों को इलाज करवाने में मुश्किल हो रही थी। कुछ की पैसों की कमी के कारण, और कुछ के लिए इस प्रक्रिया में और समय लग रहा था, क्योंकि अब तक टीएमसी में ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा न होने के कारण मरीजों को शिमला या अन्य राज्यों का संरक्षण लेना पड़ रहा था। इसके साथ ही, ओपन हार्ट सर्जरी के समय ब्लड की भी आवश्यकता थी, जिसके कारण मरीजों को अपने साथ ब्लड डोनर को भी संग लाना पड़ता था। गरीब मरीजों को इन सभी समस्याओं का समाधान पाना अत्यधिक कठिन और जटिल था, इस कारण बहुत से मरीज अपने इलाज को लगवाने में सक्षम नहीं थे। (एचडीएम)
सात जिलों के मरीजों को बड़ी राहत
टांडा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा ने लोअर हिमाचल के सात जिलों—चंबा, हमीरपुर, मंडी, ऊना, कुल्लू, बिलासपुर, और सबसे बड़े जिले कांगड़ा—के मरीजों को बड़ी राहत पहुँचाई है, जिसके परिणामस्वरूप, अब गरीब मरीजों के लिए समय और पैसे का बचाव होगा। टांडा अस्पताल में ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा के साथ-साथ अब मरीजों को रोबोटिक सर्जरी की भी सुविधा होगी।