प्रदेश में जलशक्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की बेहतरीन सेवाओं को सम्मान देने के लिए “जलशक्ति गौरव पुरस्कार” शुरू किया जाएगा। यह पुरस्कार हर साल उन कर्मियों को दिया जाएगा, जो अपनी मेहनत और समर्पण के साथ हर घर और खेत तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य पूरा कर रहे हैं। यह घोषणा कांगड़ मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय जल जागरूकता समारोह में मुकेश अग्रिहोत्री ने की। उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार के लिए नियमावली तैयार हो चुकी है, जिससे उन कर्मियों को प्रोत्साहन मिलेगा जो मुश्किल हालात में भी अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं।
मुकेश अग्रिहोत्री ने केंद्र सरकार पर हिमाचल के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार विकास को रुकने नहीं देगी। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी रहे और जो अच्छा काम करेंगे, उन्हें सम्मानित किया जाएगा। समारोह में विधायक विवेक शर्मा, विधायक सुदर्शन बबलू, डीसी जतिन लाल और जल शक्ति विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इसके अलावा, ठियोग प्रकरण में 10 अधिकारियों को निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि गलत काम करने वालों को सख्ती से सजा दी जाएगी। जल शक्ति विभाग के 20,000 कर्मचारी दिन-रात लोगों को पानी पहुंचाने का काम कर रहे हैं। कार्यक्रम में दो वीर कर्मियों स्व. राजेश कुमार और स्व. गुल्लू राम को मरणोपरांत सम्मान दिया गया और 126 उत्कृष्ट कर्मियों को जलशक्ति सम्मान प्रदान किया गया।
डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार ने लंबित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए प्रयास किए हैं, जैसे फिन्ना सिंह और शाहनहर परियोजनाओं का काम अब आगे बढ़ चुका है।
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