Solan News: शूलिनी विश्वविद्यालय ने अपने 15वें स्थापना दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया। 2009 में स्थापना के बाद से यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस खास मौके पर शिक्षाविद, छात्र और वरिष्ठ प्रशासक मौजूद थे। विश्वविद्यालय की शैक्षिक उपलब्धियों और समृद्ध सांस्कृतिक वातावरण का जश्न मनाया गया।
चांसलर प्रो. पीके खोसला ने इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए बताया कि शूलिनी विश्वविद्यालय की स्थापना कैसे हुई और यह कैसे भारत के अग्रणी निजी विश्वविद्यालयों में से एक बन गया। उन्होंने शैक्षिक गुणवत्ता के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया।
प्रो.चांसलर विशाल आनंद ने विश्वविद्यालय की स्थापना के दौरान आई चुनौतियों और सीखने के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के साथ अपनी बातचीत की भी चर्चा की, जिसमें शिक्षा और अनुसंधान के व्यावहारिक अनुप्रयोगों का महत्व बताया गया था।
सस्टेनेबिलिटी एंड कम्युनिटी एंगेजमेंट की निदेशक पूनम नंदा ने नए बडी रेफरल कार्यक्रम की घोषणा की और छात्रों को इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम को प्रमोट करने में उनके साथ कपिल गुप्ता, नमन शर्मा और अपूर्वा ने भी योगदान दिया।
इनोवेशन एंड लर्निंग के निदेशक आशीष खोसला ने रचनात्मकता और पाठ्येतर गतिविधियों की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ये गतिविधियां पाठ्यपुस्तकों जितनी ही महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम के अंत में एक लक्की ड्रा निकाला गया जिसमें ऋषभ शर्मा, धर्म राज, आयुष कुमार और बसंत सिंह को 20 और 30 हजार रुपए के वनप्लस फोन मिले। मुख्य पुरस्कार के तौर पर खुशबू शर्मा को iPhone मिला। कार्यक्रम के दौरान एक पारंपरिक धाम, यानी स्थानीय भोजन का भी आनंद लिया गया।