Solan News Update: चंडीगढ़-बद्दी रेललाइन का निर्माण कार्य रुक गया है क्योंकि केवल 60 फीसदी लोगों को ही मुआवजा मिला है। कब्जे न हटाने की वजह से रेलवे ट्रैक का काम अधर में लटका हुआ है।
हिमाचल में रेलवे ट्रैक के रास्ते में 8 मकान आ रहे हैं, जिन्हें अभी तक नहीं तोड़ा गया है। ट्रैक के ऊपर से बिजली के तार जा रहे हैं और 73 पेड़ भी जहां ट्रैक बनना है, उसके बीच में खड़े हैं। इन पेड़ों की कीमत अभी तय नहीं हुई है, जिसके बाद इन्हें काटा जाएगा।
फिलहाल प्लेटफार्म, आवासीय कॉलोनी, रिंग रोड, अंडर पास आदि का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन पेड़, स्ट्रक्चर और भूमि मालिकों के कब्जे इस निर्माण में बाधा बने हुए हैं। कंपनी का ठेकेदार इसे 2025 तक पूरा करना चाहता है, लेकिन जब तक जमीन साफ नहीं होगी, तब तक वह काम नहीं कर सकता। ट्रैक के बीच में एक बगीचा भी है जिसमें फलदार पेड़ खड़े हैं। कुछ लोगों ने मुआवजा ले लिया है लेकिन अभी तक कब्जे नहीं हटाए हैं।
रेलवे लाइन का काम देख रहे ओएसडी सुभाष सकलानी ने बताया कि कुछ लोगों ने स्ट्रक्चर की औपचारिकताएं समय पर पूरी नहीं कीं, जिससे इन्हें हटाने में देरी हो रही है। अब औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं और जल्द ही इन्हें हटाने का आदेश जारी किया जाएगा। पेड़ों की कीमत तय हो गई है और इन्हें काटने के लिए जल्द ही टेंडर निकाले जाएंगे। उन्होंने बताया कि 40 फीसदी लोगों ने अभी तक मुआवजा नहीं लिया है।