Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को गौ सदनों की खस्ताहालत का मुद्दा भी गूंजा। सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कई बार तीखी नोकझोंक भी हुई। कृषि मंत्री चंद्र कुमार की विपक्षी सदस्यों को लेकर की गई टिप्पणी से सदन में माहौल गरमा गया और दोनों ओर से शोरगुल होने लगा। बाद में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सदस्यों को आश्वात किया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही आगे बढ़ी।
निजी भूमि लेने का प्रयास करेगी सरकार
सरकार प्रयास करेगी कि इसके लिए ऐसे स्थान को चिन्हित किया जाएगा, जहां पानी भी आसानी से उपलब्ध हो और चरने के लिए भी जगह हो। उन्होंने कहा कि काऊ सेंक्चुरी के लिए यदि सरकारी भूमि उपलब्ध न हो तो सरकार निजी भूमि लेने के भी प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार गौ वंश को खुले में छोड़ने वालों से सख्ती से निपटेगी और यह व्यवस्था करेगी कि गाय को उसके मालिक ने कब छोड़ा और कितने समय यह गौ सदन में रही।
शराब की बिक्री को लेकर बोले हर्षवर्धन
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा है कि शराब की प्रत्येक बोतल की बिक्री पर लगाए गए मिल्क सैस से अभी तक 90 करोड़ 77 लाख, 99 हजार 232 रुपए अर्जित किया गया है। यह राजस्व एक अप्रैल 2023 से लेकर 31 जनवरी तक का है और इस वित्त वर्ष के अंत तक यह आंकड़ा 100 करोड़ रुपए के आंकड़े को छुएगा। उन्होंने कहा कि मिल्क सैस का पैसा दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने वाली योजनाओं पर खर्च किया जाएगा। वे सोमवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया के सवाल का जवाब दे रहे थे।