Chamba News: चंबा जिले 350 गांव अब भी बर्फबारी के कारण अंधेरे में डूबे हुए हैं। टूटे तारों और गिरे खंभों के कारण, ग्रामीणों को सर्द रातें दीये और अलाव के सहारे जीवन यापन करना पड़ रहा है। शुक्रवार को मौसम सुधरते ही बिजली बोर्ड ने टूटी लाइनों और खंभों को मरम्मत के लिए कर्मचारियों को काम पर लगाया है। बोर्ड का कहना है कि मौसम के साफ होने पर शनिवार शाम तक अधिकांश बंद ट्रांसफार्मर को सक्रिय कर बिजली सप्लाई को बहाल किया जाएगा। जिले के तीसा, सलूणी, और भरमौर के दूरस्थ क्षेत्रों में बोर्ड को बर्फबारी से काफी हानि हुई है, जिसके कारण लाइनें टूटकर जमीन पर आ गई हैं और खंभे ढह गए हैं।
भारी बर्फबारी के बावजूद बोर्ड प्रबंधन इन क्षेत्रों में बिजली बहाली को लेकर काम चलाए हुए हैं। बोर्ड प्रबंधन के मुताबिक शुक्रवार को तीसा उपमंडल के बैरागढ, देवीकोठी, टेपा, चांजू व चरडा में 90, सलूणी के लंगेरा, हिमगिरि में 70, भरमौर के तुंदाह, बडग्रां, बजोल व न्यांग्रां आदि क्षेत्र के 50 के करीब ट्रांसफार्मर बंद हैं। इसके साथ ही जिला के अन्य चंबा, कोटी व धरवाला के दूरस्थ क्षेत्र में भी ट्रांसफार्मर बंद पड़े हुए हैं। बोर्ड प्रबंधन की रिपोर्ट के मुताबिक जिला चंबा में अभी तक 350 ट्रांसफार्मर बंद हैं।
टूटी लाइनों, खंभों की मरम्मत जारी
उधर, बिजली बोर्ड डलहौजी सर्किल के अधीक्षण अभियंता ईं. राजीव ठाकुर ने बताया कि बर्फबारी के कारण टूटी लाइनों व खंबों का मरम्मत कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही बर्फबारी के कारण लडख़ड़ाई व्यवस्था को सुचारू कर लोगों को राहत प्रदान कर दी जाएगी।